भारतीय सांस्कृतिक परंपरा में पेड़-पौधों को देवी-देवताओं की मूर्ति माना गया है। सनातन धर्म में रत्नों की तरह पेड़-पौधों को भी चमत्कारिक शक्तियों से युक्त माना गया है।

ज्योतिष में ग्रहों के प्रभाव को महत्वपूर्ण माना जाता है और इनका सीधा संबंध पेड़-पौधों से भी होता है। गूलर का पेड़ ज्योतिष में शुक्र ग्रह से जुड़ा है, जिसे धन और सुख का कारक माना जाता है।

गूलर का पौधा बगीचे में लगाना व्यक्ति को धन और सुख की ओर बढ़ने की दिशा में मदद कर सकता है। इसके लिए गूलर का पौधा विशेष रूप से शुक्रवार को बोना जाता है

ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए एक मंत्र का जप किया जा सकता है। इस मंत्र का नियमित रूप से उच्चारण करने से व्यक्ति को धन और सुख में वृद्धि हो सकती है।

गूलर के पेड़ के साथ कई मिथक और किस्से जुड़े हैं जो इसे अद्भुत बनाते हैं। कहा जाता है कि गूलर के पेड़ के नीचे बैठकर अपनी मनोकामनाएं मांगने से वे पूरी हो सकती हैं

जो शुक्र ग्रह को मजबूत करने में मदद कर सकता है। यह व्यक्ति को सुख, समृद्धि, और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर जीवन की दिशा में मार्गदर्शन कर सकता है